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Saamdu Chetri
की समीक्षा IIT Kharagpur

3 साल पहले

प्रिय पाठकों,

प्रिय पाठकों,
यह सबसे खूबसूरत परिसर है। कुछ लोग इस बात से असहमत हैं कि वे इसके साथ नहीं जुड़े हैं। हर जगह हरियाली है। यह शांत है। यह सीखने का एक केंद्र है। फिर से सीखना स्वयं है, इसे किसी में या उससे मजबूर नहीं किया जा सकता है। महान लोग हैं जो इस संस्था से बाहर पैदा हुए हैं। इसलिए मैं निश्चिंत हूं कि ऐसे और भी महान लोग होंगे यदि माता-पिता अपने बच्चों को जीवन कौशल देने के लिए सहमत होते हैं, तो करियर कौशल उनके सभी आंतरिक शक्ति और मूल्यों को अवरुद्ध कर देता है, जबकि कंडीशनिंग यह होती है कि माता-पिता अपने बच्चों को जो कर रहे हैं, उससे अधिक कोई हो। अक्सर माता-पिता अपने बच्चों को भूलने की बीमारी के कारण भूल जाते हैं और उन्हें धक्का देते हैं, हालांकि वे उनके लिए खुशी की सोच सकते हैं। यदि माता-पिता को अपने बच्चों की मासूमियत का एहसास नहीं होता है, तो वे उन्हें जीवन स्तर पर धकेल रहे हैं, लेकिन जीवन स्तर इस प्रकार हर किसी के जीवन में नाखुशी नहीं लाता है। प्रतिस्पर्धा बंद करो ... तुम बच्चे तुम्हारे हो। उन्हें किसी और को बनाने की कोशिश करने के बजाय उन्हें खुद बनने दें। इस तरह वे अधिक खुश रहेंगे और अपने लिए और खुद के द्वारा स्वायत्तता और आत्म-तीक्ष्णता के कारण अपने जन्मजात मूल्यों की खोज कर सकते हैं। संपन्नता तो बिना ज्यादा संघर्ष के उनका अनुसरण करेगी।

सभी माता-पिता अपने बच्चों के लिए खुशी पा सकते हैं। यहां विजिटिंग फैकल्टी बनना मेरे लिए गर्व की बात है।
सभी माता-पिता और उनके बच्चों को प्यार में मेरा प्यार।
शमदु छेत्री

अनुवाद

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